लखनऊ: समाजवादी पार्टी में मचा घमासान अब अपने चरम पर पहुंच गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने वफादार नेताओं के साथ हुई बैठक में एक बड़ा फैसला लेते हुए अपने चाचा और समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया। उनके साथ तीन अन्य मंत्रियों को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
अमर सिंह के करीबियों को अखिलेश की कैबिनेट में जगह नहीं
इस मीटिंग में शामिल रहे मैनपुरी के विधायक राजू यादव ने बताया कि शिवपाल के अलावा नारद राय, शादाब फातिमा और ओम प्रकाश सिंह को भी बाहर कर दिया गया है। यही नहीं, अखिलेश ने जया प्रदा को भी फिल्म विकास परिषद से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। राजू यादव के मुताबिक, सीएम अखिलेश ने मीटिंग में कहा कि जो भी अमर सिंह का करीबी है वह मेरी कैबिनेट में नहीं रहेगा।
आपको बता दें कि नारद राय और ओम प्रकाश सिंह का पूर्वांचल के इलाके में अच्छा प्रभाव है। नारद राय बलिया नगर विधानसभा क्षेत्र से तो ओम प्रकाश सिंह गाजीपुर के जमनियां से विधायक हैं। शादाब फातिमा का ताल्लुक भी गाजीपुर से ही है और वह जिले की जहूराबाद विधानसभा से विधायक हैं।
अखिलेश ने कहा, मैं ही नेताजी का उत्तराधिकारी
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मीटिंग में अखिलेश ने कहा कि पार्टी में विवाद पैदा करने वालों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। अमर सिंह हमारा घर तोड़ना चाहते हैं। अखिलेश ने कहा कि अमर सिंह के साथी हमारे साथ नहीं रह सकते। मैं ही नेताजी का उत्तराधिकारी हूं। पार्टी नेताजी की है वही फैसला करें।
मैं जानता था अमर की वजह से पार्टी का नुकसान होगा: आजम
समाजवादी पार्टी के बड़े नेता आजम खान भी इस पूरे घटनाक्रम पर अखिलेश के साथ और अमर सिंह के विरोध में आए। उन्होंने कहा कि पार्टी में विवाद से बड़े नेता दुखी हैं और पार्टी को पहले ही बहुत नुकसान हो चुका है। उन्होंने कहा कि मैं जानता था कि अमर सिंह के आने से पार्टी को नुकसान होगा। उन्होंने बताया कि अखिलेश यादव ने कभी भी पार्टी को तोड़ने की बात नहीं कही है। आजम ने कहा कि मंत्रियों को रखना-हटाना सीएम का विशेषाधिकार है।
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