लखनऊ: सामाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने आज कहा कि अखिलेश हमारा बेटा है लेकिन राम गोपाल के कहने पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमको नहीं मालूम था की हमारा बेटा विरोधियों से मिल जाएगा।
मुलायम ने यहां पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि पार्टी से बड़े बड़े नेताओं को बाहर कर दिया, बग़ैर ग़लती के बलराम यादव को बर्खास्त कर दिया जबकि मैंने उन्हें ज़बरदस्ती मंत्री बनवाया था। इसी तरह ओमप्रकाश, नारद राय और अम्बिका चौधरी को निकाला।
पार्टी आफिस में मुलायम ने कहा कि अखिलेश को कई बार मिलने बुलाया लेकिन वह कुछ सुनने को तैयार नहीं था। रामगोपाल विरोधियों के कहने पर चल रहा है और ''अब अखिलेश को सोचना पड़ेगा कि अपने पिता का साथ दे या रामगोपाल का। अब अखिलेश हमारी नहीं सुनता है। अखिलेश यादव को सुबह से बुलाया था लेकिन नहीं आया। मैं जो भी बात करता हूँ उसको रामगोपाल को बता देता है।''
मुलायम ने दावा किया कि वे फ़िर बहुमत की सरकार बनाएँगे और अल्पसंख्यकों का पूरा ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि अब सिम्बल ना हमारे हाथ में है ना अखिलेश के हाथ में है। चुनाव आयोग आज ही फ़ैसला करेगा। हमने चुनाव चिन्ह को लेकर अपनी दावेदारी अपने वकीलों के ज़रिये चुनाव आयोग के समक्ष रख दी है। उन लोगों ने भी अपनी बात रखी है लेकिन पार्टी हमने बनाई है और पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष मैं हूँ तो चुनाव चिन्ह हमी को मिलेगा लेकिन जो भी फ़ैसला आए हम चाहते हैं की हमारा आप लोग साथ दें ।