चंदौली: उत्तर प्रदेश के चंदौली और वाराणसी जिले की सीमा पर आज बाबा जयगुरदेव संस्थान के कार्यक्रम में शिरकत करने जा रहे श्रद्धालुओं में मची भगदड़ में कम से कम 24 लोगों की मौत हो गयी तथा बड़ी संख्या में अन्य लोग जख्मी हो गये।
घटना के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने आज रात दो पुलिस अधीक्षकों सहित पांच पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया। पुलिस अधिकारियों के निलंबन की जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय समूह ट्विटर एकाउंट पर दी गयी है।
देश-दुनिया की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
चंदौली जिले में गंगा के किनारे डोमरी गांव में बाबा जय गुरुदेव की याद में आयोजित दो दिवसीय जागरूकता शिविर में आये श्रद्धालु वाराणसी स्थित पीली कोठी से होते हुए डोमरी गांव जा रहे थे। डोमरी गांव पहुंचने के लिए रास्ते में गंगा नदी को राजघाट पुल से क्रॉस करना था। राजघाट पुल पर भीड़ काफी बढ़ गई। दोपहर 1.30 बजे के आसपास अचानक भगदड़ मच गयी। हादसे में 24 लोगों की मौत हो गई जबकि 60 लोग घायल हो गए। मृतकों में ज्यादातर महिलाएं हैं।
एक क्लिक में जानिए वाराणसी में कैसे हुआ हादसा?
अनुमान से ज्यादा पहुंचे लोग
पुलिस के अनुसार, कार्यक्रम में तीन हजार लोगों के शामिल होने की मंजूरी ली गई थी, लेकिन वहां 80 हजार लोग पहुंच गए थे। पुलिस का कहना है कि हादसे में मरनेवालों की तादाद बढ़ सकती है क्योंकि घायलों में कई की हालत नाजुक है। फिलहाल मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है।
सीएम ने मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वाराणसी मंडलायुक्त को घटना की मजिस्ट्रेट जांच कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने राज्यमंत्री सुरेंद्र पटेल को राहत एवं बचाव कार्य की निगरानी करने के लिए कहा है।
पढ़ें: पीएम मोदी ने वाराणसी भगदड़ में हुईं मौतों पर शोक जताया
गृह मंत्री ने कमिश्नर से की बात
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा कि उन्होंने वाराणसी के आयुक्त से बात की है और उन्हें हर संभव मदद देने को कहा है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए उम्मीद जताई है कि प्रशासन पीड़ितों को समुचित चिकित्सा सेवा और मुआवजा प्रदान करेगा।