पटना। बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान मंगलवार को सदन और सदन के बाहर दिनभर सत्ताधारी और विपक्षी सदस्यों द्वारा अलग-अलग मुद्दे को लेकर हंगामा चलता रहा। इस कारण विधानमंडल के दोनों सदनों विधानसभा और विधान परिषद की दिनभर की कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ गई।
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विधानसभा की कार्यवाही प्रारंभ होने के साथ ही राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सदस्य सदन के बीचो बीच आकर नोटबंदी पर हंगामा करने लगे। राजद विधायकों ने सरकार से मांग की कि नोटबंदी के दौरान 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट बदलवाने के लिए मची अफरा-तफरी में मारे गए लोगों को सरकार 20-20 लाख रुपये मुआवजा प्रदान करे।
जद (यू) के सदस्यों ने भाजपा द्वारा राज्य के विभिन्न जिलों में जमीन खरीद में कला धन के उपयोग का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। भाजपा सदस्यों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए राज्य में गिरती कानून-व्यवस्था पर सदन के बीचो बीच आकर हंगामा किया। हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
यही हाल विधान परिषद में भी देखने को मिला। यहां भी सत्तापक्ष अैर विपक्ष के सदस्य अपने-अपने मुद्दों को लेकर हंगामा करते रहे। कार्यवाही स्थगित होने के बाद भाजपा सदस्य विधानसभा अध्यक्ष के कक्ष के सामने धरने पर बैठ गए। यहां भी काफी समय तक हंगामा हुआ।