मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में वृन्दावन के एक आश्रम में निकटवर्ती एक अधिवक्ता का शव मिलने, आश्रम के महंत का शव फंदे पर लटका मिलने तथा उसी आश्रम के एक छात्र की गुमशुदगी की खबर से सनसनी फैल गई है। पुलिस के अनुसार सूचना मिली थी कि वृन्दावन के गौधूलिपुरम स्थित श्रीमोहन सन्यास आश्रम में एक अधिवक्ता की सनसनीखेज तरीके से हत्या कर दी गई। इसके बाद वहां महंत का शव भी फंदे पर लटका मिला।
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पुलिस ने बताया कि आश्रम में संस्कृत पढ़ने वाले अलीगढ़ निवासी छात्र पीयूष का भाई अखिलेश उससे मिलने पहुंचा। पीयूष के सब्जी लेने जाने की जानकारी दी। लेकिन एक घंटे बाद भी जब वह पुन आश्रम पहुंचा तो महंत ने उसे फिर यह कहकर रोक दिया कि पीयूष अभी नहीं आया है। इस पर अखिलेश ने अनहोनी की आशंका में पुलिस को पूरी घटना की इत्तिला दी। लेकिन दोपहर बाद जब निकट ही रहने वाले एक अधिवक्ता प्रभाष गौतम 55 की पत्नी ने अपने पति के भी गायब होने की खबर दी।
इस पर पुलिस आश्रम की तलाशी को पहुंची तो देखा कि महंत राजेंद्रानंद खुद एक कमरे में फांसी पर लटके हुए थे। उनकी जीभ बाहर निकली हुई थी। दूसरे कमरे में 55 वर्षीय अधिवक्ता प्रभाष गौतम का रक्तरंजित शव पड़ा था। छात्र पीयूष गायब था। एसएसपी मोहित गुप्ता और एसपी सिटी अशोक कुमार सिंह ने आश्रम पहुंचकर घटनास्थल का मौका मुआयना किया। उन्होंने बताया कि मामले की जांच के साथ छात्र की तलाश को टीम गठित कर दी हैं।
वृन्दावन के कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर उदयवीर सिंह मलिक ने बताया कि पुलिस को कुछ सुराग मिले हैं जिनके सहारे यह मामला जल्द ही खुल जाएगा और दोनों मौतों के कारणों का खुलासा हो जाएगा।