नई दिल्ली: ब्रिटेन की संस्था नेशनल हेल्थ सर्विस (NHC) के अनुसार, किचन सिंक उन जगहों में से एक है, जहां पर बाथरूम या शौचालय से लगभग 100,000 गुना ज्यादा जीवाणु होते हैं। विज्ञान संस्था NSF इंटरनेशनल की नई रिपोर्ट में भी इस बात की पुष्टि हुई है। वैज्ञानिकों ने हमारी रसोइयों में सामान्य सतह और उपकरणों का विश्लेषण किया और ई.कोली, सैलमोनेला और लिस्टिरिया मोनोसाइटोजीन्स सहित विभिन्न प्रकार के ऐसे बैक्टीरिया पाए जिनसे भोजन जनित बीमारियां होने का खतरा बहुत ज्यादा होता है।
किचन सिंक में छिपे रहने वाले सबसे खतरनाक प्रकार के बैक्टीरिया में से एक है ई.कोली, जिसके विषाक्त स्ट्रेन्स के कारण गैस्ट्रोइन्टेराइटिस और मूत्रमार्ग का संक्रमण हो सकता है। यह सिंक ई.कोली के लिए एक आदर्श जनन स्थल होता है क्योंकि वह गीला और नमीयुक्त होता है और बैक्टीरिया उस बचे हुए खाने को खा सकते हैं जो डाट की सुराख या सिंक रखे बर्तनों पर बच जाते हैं।
विभिन्न स्वास्थ्यकर मुद्दों को ध्यान में रखते हुए सिंक के अग्रणी उत्पादक, अनुपम सिंक्स ने बेहतरीन क्वालिटी के स्टील से बने किचन सिंक प्रस्तुत किए हैं। अनुपम सिंक के निदेशक राजेन्द्र गर्ग ने कहा, "मेरा मानना है कि लोग जो सबसे बड़ी भूल करते हैं वह यह है कि वे इन स्थानों के गंदे होने के बारे में सोचते भी नहीं और उत्पादकों के सफाई निर्देशों का पालन भी नहीं करते। अमेरिकन आयरन एंड स्टील इंस्टीट्यूट ने AISI-304 ग्रेड के उपयोग का उद्धरण किया है, जो कि 18: क्रोम और 8: निकल के साथ एक स्वास्थ्यकर और उच्च क्षरण प्रतिरोधी किचन सिंक का आदर्श संयोजन है।"