नई दिल्ली: भारतीय सेना की आतंकवाद के खिलाफ पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक से आतंकवादी दहशत में हैं। ऐसी सूचना है कि लगभग 300 आतंकी कैंप छोड़कर भाग गए हैं। सीमा पार से आ रही खुफिया सूचनाओं के अनुसार, हमले के एक दिन के भीतर आतंकी बेस कैंपों को खाली कर चले गए हैं। खुफिया सूत्रों के अनुसार, पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद के आसपास आतंकियों के कई बेस कैंप चल रहे हैं। इन कैंपों में लगभग 500 आतंकी प्रशिक्षण ले रहे थे। इनमें 300 आतंकी अकेले लश्करे-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद व अन्य संगठनों के थे। यहीं से आतंकियों को लांच पैड पर भेजा जाता था, जहां से पाकिस्तानी सेना उन्हें घुसपैठ करने में मदद करती थी।
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना को डर है कि भारत पीओके को विवादित क्षेत्र बताकर इन बेस कैंपों पर भी सर्जिकल स्ट्राइक कर सकता है। बताया जा रहा है कि 24 कैंपों से आतंकी अपने घर की ओर भाग गए हैं या पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई ने उनको पीओके में ही कहीं छिपा दिया है। फिलहाल ये आतंकी नौसेरा, मानसेरा और हजीरा स्थित शिविरों में हैं। पाकिस्तानी सेना ने इन आतंकियों को लांच पैड पर लाने और भारत भेजने का काम रोक दिया है।
गौरतलब है कि भारतीय सेना ने 28 सितंबर को लाइन ऑफ कंट्रोल पार करके पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुसकर कई आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था। इसमें दुश्मन को भारी नुकसान पहुंचा था। पाकिस्तान ने भारत के सर्जिकल स्ट्राइक के दावे को झूठ बताया। उसने कहा कि भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक नहीं किया बल्कि युद्ध विराम तोड़ा था जिसका करारा जवाब दिया गया था और इस दौरान पाकिस्तान के 2 सिपाही मारे गए थे। पाकिस्तान ने उन सिपाहियों की तस्वीरें भी जारी की थीं। जिन सिपाहियों की मौत हुई वे दोनों हवलदार थे। उनमें से एक का नाम जुम्मा खान था और दूसरे का नाम नाइक इम्तियाज।