लखनऊ: केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने नोटबंदी को ऐतिहासिक और साहसिक फैसला बताते हुए कहा कि इस फैसले पर शिकवा शिकायत करने वाले केन्द्र सरकार को 50 दिन का समय दें। राजनाथ ने यहां संवाददाताओं से कहा, ''नोटबंदी काले धन के खिलाफ खुली जंग है। काले धन से आतंकवादियों, नक्सलियों और उग्रवादियों को ताकत मिलती थी लेकिन अब उनकी कमर टूट गयी है। नोटबंदी ऐतिहासिक और साहसिक फैसला है। यह गरीबों के हित में लिया गया फैसला है।''
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उन्होंने कहा कि इस फैसले से मनी सप्लाई और मनी फंडिंग के स्रोत सूख जाएंगे। राजनाथ ने कहा, ''प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहले ही कहा है कि कम से कम 50 दिन दीजिए।'' बैंक शाखाओं और एटीएम के बाहर लंबी कतारों की वजह से आम जनता को हो रही परेशानी के सवाल पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा, ''लाइन में खड़े लोग भी कह रहे हैं कि वह कष्ट उठाने को तैयार हैं। इस मुद्दे को अनावश्यक तूल ना दें। जनता को कठिनाई हो रही है। हमें इसकी चिन्ता है। मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि लोगों की तकलीफ का निराकरण करेंगे। इसी वजह से प्रधानमंत्री ने 50 दिन का समय मांगा है।''
भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के बावजूद पाकिस्तान की ओर से लगातार आतंकवादी हमले और वहां की सेना की गोलाबारी के सवाल पर राजनाथ सिंह ने कहा, ''भारत की सेना पर भरोसा रखिये। भारतीय सेना ने हमेशा देश का मस्तक उंचा रखा है।'' गौरतलब है कि आठ नवंबर की रात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 500 और 1,000 के पुराने नोटों को चलन से बाहर करने की घोषणा की थी। उसके बाद से ही बैंक शाखाओं और एटीएम के बाहर लंबी-लंबी कतारें देखी जा सकती हैं। खास तौर पर वेतन आने के बाद एक दिसंबर से संकट थोड़ा और गहरा गया है।