नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि चंपारण सत्याग्रह हमें बताता है कि महात्मा गांधी कितने अनोखे थे और उनका व्यक्तित्व कितना अद्भुत था। मोदी 30वें मन की बात कार्यक्रम के ज़रिए देश की जनता को संबोधित कर रहे थे।
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मोदी ने कहा कि चंपारण सत्याग्रह के 100 साल हो गए हैं और ये आंदोलन महात्मा गांधी द्वारा शुरु किए गए आरंभिक आंदोलनों में से एक था। भारत की आज़ादी के आन्दोलन में, गाँधी विचार और गाँधी शैली, इसका प्रकट रूप पहली बार चंपारण में नज़र आया। आज़ादी की पूरी आंदोलन यात्रा में यह एक turning point था, ख़ास करके संघर्ष के तौर-तरीक़े की दृष्टि से। यही वो कालखंड था, चंपारण का सत्याग्रह, खेड़ा सत्याग्रह, अहमदाबाद में मिल-मज़दूरों की हड़ताल, और इन सबमें महात्मा गाँधी की विचार और कार्यशैली का गहरा प्रभाव नज़र आता था।
125 करोड़ देशवासी न्यू इंडिया की मजबूत नींव डालेंगे
देश के विकास में सभी देशवासियों के योगदान को रेखांकित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'सवा-सौ करोड़ देशवासियों की ये बदलाव की चाह, बदलाव का प्रयास ही है, जो न्यू इंडिया की मज़बूत नींव डालेगा। उन्होंने कहा, सभी देशवासी अगर संकल्प करें और मिलकर कदम उठाते चलें, तो न्यू इंडिया का सपना हमारे सामने सच हो सकता है। हर कोई अपने नागरिक धर्म और कर्तव्य का पालन करे, यही अपने आप में न्यू इंडिया की एक अच्छी शुरुआत बन सकता है।' पीएम मोदी ने साथ ही कहा, 'मैं आपको निमंत्रण देता हूं कि स्वराज से सुराज की इस यात्रा में हम सभी जीवन को अनुशासित कर, संकल्पबद्ध करके जुड़े।
किया भगत सिंह को याद
पीएम मोदी ने भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु के बलिदान की गाथा को याद करते हुए कहा कि हम इन्हें शब्दों में अलंकृत भी नहीं कर पाएंगे और पूरी ब्रिटिश सल्तनत इन तीनों युवकों से डरती थी। जेल में बंद थे, फांसी तय थी, लेकिन इनके साथ कैसे आगे बढ़ा जाये, इसकी चिंता ब्रिटिशों को लगी रहती थी। और तभी तो 24 मार्च को फांसी देनी थी, लेकिन 23 मार्च को ही दे दी गयी थी; चोरी-छिपे से किया गया था, जो आम तौर पर नहीं किया जाता। और बाद में उनके शरीर को आज के पंजाब में ला करके, अंग्रेजों ने चुपचाप जला दिया था। मैं देश के नौजवानों को ज़रूर कहूंगा कि जब भी मौका मिले तो, पंजाब जब जाएं। वहां पर भगतसिंह, सुखदेव, राजगुरु, भगतसिंह की माताजी और बटुकेश्वर दत्त की समाधि के स्थान पर अवश्य जाएं।
बांग्लादेश की दी स्वतंत्रता दिवस की बधाई
इस मैके पर मोदी ने बांग्लादेश के नागरिकों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा, ''मैं कामना करता हूं कि बांग्लादेश आगे बढ़े, विकास करे और बांग्लादेशवासियों को भी मैं विश्वास दिलाता हूं कि भारत बांग्लादेश का एक मज़बूत साथी है, एक अच्छा मित्र है और हम कंधे-से-कंधा मिला करके इस पूरे क्षेत्र के अन्दर शांति, सुरक्षा और विकास में अपना योगदान देते रहेंगे।''
योग दिवस पर बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि योग भी अपने मन को स्वस्थ रखने के लिये एक अच्छा मार्ग है। तनाव से मुक्ति, दबाव से मुक्ति, प्रसन्न चित्त की ओर प्रयाण-योग बहुत मदद करता है। 21 जून अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस है, ये तीसरा वर्ष होगा। आपके मन में तीसरे अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के संबंध में अगर कोई सुझाव है, तो आप मेरे मोबाइल एप की मदद से अपने सुझाव मुझे ज़रूर भेजें, मार्गदर्शन करें। योग के संबंध में जितने गीत, काव्यमय रचनायें आप तैयार कर सकते हैं, वो करनी चाहिए, ताकि वो सहज रूप से लोगों को समझ आ जाता है।
इसे पहले 26 फरवरी को अपने 29वें 'मन की बात' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय वैज्ञानिक समुदाय की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा था कि एसरो ने कई अभूतपूर्व मिशन सफलतापूर्वक पूर्ण किए हैं। 'मंगलयान' भेजने के बाद पिछले दिनों इसरो ने विश्व रिकॉर्ड बनाया है। इसरो ने मेगा मिशन के ज़रिये एक साथ विभिन्न देशों के 104 उपग्रह अन्तरिक्ष में सफलतापूर्वक लॉन्च किए हैं। 104 उपग्रह को अंतरिक्ष में भेजकर इतिहास रचने वाला भारत दुनिया का पहला देश बना और यह लगातार 38वां पीएसएलवी का सफल लांच है।