नई दिल्ली: भारतीय नौसेना ने समुद्र से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। नौसेना के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि इस परीक्षण से अपेक्षित परिणाम आए हैं। मिसाइल का परीक्षण बंगाल की खाड़ी में INS तेग से किया गया और यह बेहद सफल रहा।
हवा में मार्ग बदलने की क्षमता
यह मेनुवरेबल तकनीक यानी कि दागे जाने के बाद अपने लक्ष्य तक पहुंचने से पहले मार्ग को बदलने की क्षमता से लैस है। यह मिसाइल हवा में ही मार्ग बदल सकती है और चलते फिरते लक्ष्य को भी भेद सकती है।
ब्रह्मोस मिसाइल की विशेषता
- इसको वर्टिकल या सीधे कैसे भी प्रक्षेपक से दागा जा सकता है।
- यह 10 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भर सकती है और रडार की पकड में नहीं आती।
- रडार ही नहीं किसी भी अन्य मिसाइल पहचान प्रणाली को धोखा देने में सक्षम है। इसको मार गिराना लगभग असंभव है।
- ब्रह्मोस अमरीका की टॉम हॉक से लगभग दुगनी अधिक तेजी से वार कर सकती है, इसकी प्रहार क्षमता भी टॉम हॉक से अधिक है।
- आम मिसाइलों के विपरित यह मिसाइल हवा को खींच कर रेमजेट तकनीक से ऊर्जा प्राप्त करती है।
- यह मिसाइल 1200 यूनिट ऊर्जा पैदा कर अपने लक्ष्य को तहस नहस कर सकती है।