नई दिल्ली: देश की आजादी के बाद से भारत में चुनाव के इतिहास को प्रदर्शित करने के लिए मंगलवार को यहां एक नए संग्रहालय का उद्घाटन किया गया। इस संग्रहालय का उद्घाटन मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने किया। इसमें भारतीय चुनाव आयोग की निगरानी, निर्देशन और नियंत्रण में अब तक हुए चुनावों के सौ से अधिक संग्रहित तस्वीरें, नक्शे और संदर्भ प्रदर्शित किए गए हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त के साथ दो चुनाव आयुक्त अचल कुमार जोटी और ओम प्रकाश रावत भी थे। यह संग्रहालय कश्मीरी गेट के पास मुख्य निर्वाचन कार्यालय परिसर में है।
चुनाव आयोग के अनुसार संग्रहालय की स्थापना भारत की चुनावी परंपरा के अध्ययन का स्थान बनाने, उसकी मानक चुनावी प्रबंधन के बारे में जानने और लोकतंत्र के बारे में सीखने के लिए की गई है।
चुनाव आयोग से जारी बयान में कहा गया है कि यह दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की चुनाव की प्रक्रिया को हमारे दिमाग में डालता है। चुनाव प्रकिया वर्ग में इसमें चुनाव के सभी चरणों और आज के समय में मतदाताओं के साथ उसके जुड़ाव का विवरण पेश करता है।
इसमें अमिट स्याही के इस्तेमाल को प्रमुखता से दर्शाया गया है। इसमें कहा गया है इसक इसका इस्तेमाल अब दुनिया के 25 देशों में किया जा रहा है। मजेदार बात है कि स्वतंत्रता से पहले के चुनाव से जुड़ी सामग्री को दिल्ली अभिलेख में रखा गया है। इसमें 1923 की मतदाता सूची प्रदर्शित की गई है।
इस अवसर पर लोकतंत्र पर महात्मा गांधी के विचार को समर्पित खंड का उद्घाटन मुख्य चुनाव आयुक्त ने किया। इसे राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय ने तैयार किया है।