कटिहार: बिहार में नीतीश कुमार जितना भी सुशासन का दावा कर लें लेकिन सारे दावे फीके साबित हो रहे हैं। बिहार में अब जनप्रतिनिधि गुंडा गर्दी पर आमादा हैं। सरकारी कर्मचारियों को सरेआम पीटने की वारदात सामने आ रही हैं। कटिहार में एक विधायक ने बैंक मैनेजर की केबिन में घुसकर ना सिर्फ धमकी दी बल्कि उसको थप्पड़ भी जड़ दिया। बैंक मैनेजर का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने विधायक को सामने की कुर्सी ऑफर की थी।
पहले बहस फिर तमाचे का तोहफा
ये घटना कटिहार के ग्वालटोली गांव के पास इलाहाबाद बैंक की है। बैंक मैनेजर की केबिन में अचानक से स्थानीय विधायक महबूब आलम धड़धड़ाते हुए पूरा लाव लश्कर के साथ घुसते हैं। विधायक सरकारी गनर और प्राइवेट सिक्योरिटी पूरे तामझाम से लैस थे। सामने विधायक को देख बैंक मैनेजर राकेश रंजन ने सामने की कुर्सी ऑफर की। यही बात विधायक महबूब आलम को नागवार गुजरी क्योंकि विधायक को बैंक मैनेजर की कुर्सी पर बैठना था। इस बात को बैंक मैनेजर की गुस्ताखी समझ बैठे और बस शुरू हो गया रसूख का वो खेल जिसे सीधे सपाट शब्दों में दबंगई कहते हैं।
सरकारी मुलाजिम को मिला माननीय से थप्पड़
विधायक महबूब आलम ने बैंक मैनेजर को साइड में बुलाया फिर धमकी देने लगे। इस बीच बात आगे बढ़ी तो एमएलए का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया और बैंक मैनेजर के गाल पर तमाचा जड़ दिया। अचानक से गाल पर थप्पड़ की गूंज और दर्द ने बैंक मैनेजर को विचलित कर दिया वो हैरान रह गया कि आखिर गलती क्या थी।
डर और दहशत इस कदर हावी हुआ कि बैंक मैनेजर काफी देर तक समझ ही नहीं पाए। बाद में जब कुछ सामान्य हुए तो पिटाई की खबर थाने में दी लेकिन जब तक पुलिस पहुंचती विधायक महबूब आलम रफूचक्कर हो चुके थे। बाद में जब थाने से कोई कार्रवाई नहीं हुई तो बैंक मैनेजर एसपी की शरण में गए और एसपी के आदेश पर आरोपी विधायक महबूब आलम के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिया।
लोन डिफॉल्टर है विधायक
ये एक बैंक मैनेजर के गाल पर तमाचा नहीं था बल्कि पूरे सिस्टम पर था। उस सिस्टम पर जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुशासन कहते हैं। वैसे विधायक भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से ताल्लुकात रखते हैं लेकिन शायद इन पर सरकार का कंट्रोल नहीं है। बैंक मैनेजर राकेश रंजन के मुताबिक ये विधायक आए दिन गुंडागर्दी करते हैं और लोन डिफाल्टर भी हैं।
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