Tuesday, March 19, 2024
Advertisement

सर्जिकल स्ट्राइक: हाफिज सईद के ‘लश्कर’ की हुई थी सबसे ज्यादा तबाही

भारतीय सेना द्वारा नियंत्रण रेखा (LOC) के पार आतंकी ठिकानों पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक में पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को अधिकतम नुकसान पहुंचा।

Bhasha Bhasha
Updated on: October 09, 2016 21:10 IST
Hafeez Saeed | PTI File Photo- India TV Hindi
Hafeez Saeed | PTI File Photo

बारामूला/नई दिल्ली: भारतीय सेना द्वारा नियंत्रण रेखा (LOC) के पार आतंकी ठिकानों पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक में पाकिस्तान आधारित और हाफिज सईद के नेतृत्व वाले आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा। खुफिया एजेंसियों द्वारा पकड़़ी गई बातचीत संबंधित आकलन रिपोर्ट के मुताबिक लश्कर के लगभग 20 आतंकवादी मारे गए। हालिया सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी रखने वाले सूत्रों के अनुसार भारतीय सेना की फील्ड यूनिटों से उपलब्ध आकलन रिपोर्ट में विभिन्न पाकिस्तानी प्रतिष्ठानों के बीच हुई रेडियो बातचीत शामिल है। इससे पता चलता है कि उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर के सामने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर स्थित दुदनियाल आतंकी शिविर में लश्कर-ए-तैयबा को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा। 

इन्हें भी पढ़ें:

सूत्रों ने रविवार को बताया कि क्षेत्र में सेना की डिविजन से ली गईं 5 टीमों को कैल तथा दुदनियाल स्थित आतंकी समूहों के ठिकानों को नष्ट करने का काम सौंपा गया था। गत 28 और 29 सितंबर की दरम्यानी रात को शुरू हुए बेहतरीन समन्वित अभियान में भारतीय सैनिक नियंत्रण रेखा के पार पहुंचे और LoC से 700 मीटर की दूरी पर स्थित एक पाकिस्तानी चौकी की सुरक्षा में स्थित चार आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। सूत्रों ने बताया कि आतंकियों को भारतीय सेना की ओर से कार्रवाई किए जाने की उम्मीद नहीं थी और इसलिए वे भौंचक्के रह गए। आकलन रिपोर्ट के मुताबिक जब भारतीय सैनिकों ने इन आतंकवादियों को मारना शुरू किया तो वे पाकिस्तानी चौकी की तरफ भागते देखे गए। 

देश-दुनिया की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सफल हमले के बाद एक प्रभावी रेडियो निगरानी तथा कड़ी सतर्कता कायम की गई। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना के रेडियो तंत्र से पकड़े गए संदेशों से संकेत मिला कि 4 आतंकी ठिकानों पर लगभग एक ही समय किए गए सर्जिकल स्ट्राइक में लश्कर-ए-तैयबा के कम से कम 10 आतंकी मारे गए। उन्होंने कहा कि पौ फटने तक वहां पाकिस्तानी सेना के वाहनों की भारी हलचल दिखी और सभी शवों को वहां से हटाकर अन्यत्र ले जाया गया। सूत्रों ने कहा कि रेडियो बातचीत से संकेत मिलता है कि मारे गए आतंकवादियों को नीलम घाटी में सामूहिक रूप से दफनाया गया। पुंछ के सामने बलनोई क्षेत्र स्थित आतंकी ठिकानों को भी इसी तरह के भीषण प्रहार का सामना करना पड़ा। पाकिस्तानी सेना के रेडियो संदेशों के मुताबिक इन ठिकानों में लश्कर-ए-तैयबा के 9 आतंकी मारे गए। 

सूत्रों ने बताया कि इस सेक्टर में भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक में पाकिस्तान की 8 नॉर्दर्न लाइट इन्फेंट्री के दो जवान भी मारे गए। उन्होंने कहा कि ऐसी खुफिया सूचना थी कि आतंकवादी विभिन्न दिशाओं से कश्मीर और जम्मू क्षेत्र में भी घुसपैठ की योजना बना रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि सेना ने आतंकवादियों पर भीषण वार करने से पहले उनके एक जगह पर एकत्र होने की प्रक्रिया का इंतजार किया। भारत के सर्जिकल स्ट्राइक से पाकिस्तान इनकार कर रहा है और सिर्फ यह स्वीकार कर रहा है कि सीमा पार से हुई गोलीबारी में उसके दो सैनिक मारे गए हैं। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि अभियान पूरा होने के बाद पाकिस्तान में सैन्य अभियान महानिदेशक कार्यालय के ड्यूटी अफसर को भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी दी गई।

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement