जम्मू: जम्मू के पास सेना के शिविर पर हमले के दौरान मुठभेड़ में 3 आतंकवादियों के मारे जाने के बाद बिना फटे बमों को निष्क्रिय करने के और छिपे विस्फोटकों की तलाशी का काम बुधवार को भी जारी रहा। सेना ने इसकी जानकारी दी। रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष मेहता ने कहा, "मुठभेड़ स्थल पर बम निरोधक दस्ते द्वारा बिना फटे बमों को निष्क्रिय किया जा रहा है।"
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उन्होंने कहा कि तलाशी अभियान समाप्त होने के कगार पर है। मुठभेड़ स्थल पर आतंकवादियों और सेना के जवानों के बीच करीब 14 घंटे गोलीबारी हुई। घटनास्थल को पूरी तरह से खंगाल लिया गया है।
लेफ्टिनेंट कर्नल मेहता ने कहा कि तीन आत्मघाती हमलावर पुलिस की वर्दी में मंगलवार को नगरोटा के फील्ड रेजिमेंट शिविर में छिपे हुए थे। इस गोलीबारी में सात जवान शहीद हो गए। सभी हमलावरों को मार गिराया गया।
हमले में मारे गए जवानों में दो अधिकारी- मेजर गोसावी कुणाल मन्नदिर और मेजर अक्षय गिरीश कुमार भी शामिल हैं। अन्य मारे गए लोगों में हवलदार सुखराज सिंह, लांस नायक कदम साम भाजी यशवंतो, ग्रेनेडियर राघवेंद्र सिंह और राइफलमैन अजीम राय शामिल हैं।
नगरोटा के 16वीं सैन्य-दल मुख्यालय से महज तीन किमी दूरी पर 5 अन्य सैनिक घायल हुए। यह भारतीय सेना का सबसे बड़ा सैन्य दल है। यह आतंकवाद के खिलाफ लड़ने और पाकिस्तान के साथ लगी सीमा से सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।