वाराणसी: राष्ट्रीय महिला फुटबॉल खिलाड़ी पूनम चौहान की डेंगू के कारण यहां निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गयी। वह 29 साल की थी। पूनम 2010 तक भारतीय फुटबॉल टीम के लिये खेली थी। उन्होंने कल रात अंतिम सांस ली।
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पूनम पिछले हफ्ते से बीमार थीं, सोमवार को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। घरवालों के मुताबिक मंगलवार को अचानक उनके प्लेटलेट्स तेजी से गिरने लगे जिसके बाद उनकी मौत हो गई। पूनम चौहान उत्तर प्रदेश की पहली अंतरराष्ट्रीय महिला फुटबॉलर थीं। वो साउथ एशियन खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम की सदस्य थीं और फिलहाल सिगरा स्टेडियम में फुटबॉल की ट्रेनर थीं।
बीमारी से पहले वह राज्य की फुटबॉल चैंपियनशिप की तैयारी में लगी हुई थीं। उनके पिता ने कहा कि उसकी तबीयत अचानक खराब हुई। जब उसे अस्पताल ले जाया गया तो उसकी तबीयत ज्यादा ही बिगड़ गई। उसको बचाने के लिए काफी प्रयास किया गया लेकिन बचाया नहीं जा सका।
बता दें कि पूनम उस टीम का हिस्सा थी जिसने दक्षिण एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। वह उत्तर प्रदेश की फुटबॉल टीम से भी खेली थी और उसकी एक महत्वपूर्ण सदस्य थी। पूनम अभी वाराणसी के सिगरा स्टेडियम में फुटबॉल ट्रेनर के रूप में कार्यरत थी। उनका आज मणिकर्णिका घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।