नई दिल्ली: राज्यसभा के पूर्व सदस्य तरूण विजय की नई पुस्तक आई है साइबर पाठशाला जिसमें मौजूदा समय के अनुकूल नवीन ककहरा दिया गया है अर्थात ए से एटीएम, बी से भीम (भारत इंटरफेस फार मनी), डी से डिमोनिटाइजेशन (विमुद्रीकरण) आदि।
(देश-विदेश की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें)
उत्तराखण्ड से पूर्व सांसद की इस पुस्तक का आज मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने यहां चल रहे विश्व पुस्तक मेले में लोकार्पण किया। जावड़ेकर ने कहा कि सी अक्षर आमतौर पर काऊ (गाय) से जोड़ा जाता किन्तु इसमें एक अन्य शब्द कैशलैस अब जुड़ जाएगा।
उन्होंने कहा, जैसे ही नोटबंदी की पहल शुरू हुई तो विजय इस काम में लग गए थे। हम अक्षरों की पुस्तकों में सी को काऊ के रूप में जानते थे किन्तु अब कैशलैस भी जुड़ गया है और इसी तरह भाषा विकसित होती है।
पुस्तक में एच को आनेस्ट मनी (ईमानदारी से कमाया गया धन) से जोड़ा गया है। इसमें राजग (NDA) सरकार के विमुद्रीकरण निर्णय को बेईमानी से कमाए गए धन से निजात पाने की पहल बताया गया है।