नई दिल्ली: डेंगू का कहर एक बार फिर शुरू हो चुका है। देश के कई इलाकों से डेंगू फैलने की खबरे सामने आने लगी हैं। दिल्ली एनसीआर में इस बार डेंगू का असर पिछले साल के मुकाबले ज्यादा है। हालात ये हैं कि दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में सरकारी और निजी अस्रपताल डेंगू के मरीजों से भरे हुए हैं। डेंगू के डंक से दिल्ली में अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1872 मरीज अलग-अलग अस्पतालों में डेंगू का इलाज कर रहा हैं।
डेंगू के बारे में सबसे खास बात यह है कि इसके मच्छर दिन के समय काटते हैं तथा यह मच्छर साफ पानी में पनपते हैं। बड़ों के मुकाबले यह बच्चों में ज्यादा तेजी फैलता है। डेंगू के दौरान यदि तुरंत उपचार न किया जाए तो यह जानलेवा भी हो सकता है, क्योंकि डेंगू बुखार में प्लेटलेट्स का स्तर बहुत तेजी से नीचे गिरता है जिससे कई बार अंदरूनी रक्त्स्त्रावहोने की संभावना भी रहती है।
डेंगू के लक्षण
डेंगू का लक्षण प्रथम चरण में सामान्य बुखार की तरह ही होता हैं इसलिए पहले चरण में इसका पता लगाना मुश्किल होता है। प्रथम चरण में डेंगू के लक्षण इस प्रकार के होते हैं-
- 104 डिग्री तक बुखार का टेम्परेचर चढ़ जाता है
- बुखार आने के वक्त ठंड लगने लगता है
- सर में बहुत दर्द होना
- मांसपेशियों या जोड़ों में बहुत दर्द होना
- गिलटी (gland) में दर्द या सूजन होना
- उल्टी होना
- भूख न लगना
- ब्लडप्रेशर कम हो जाना
- चक्कर आना
- शरीर में रैशज का होना
- खुजली होना
- कमजोरी होना
यह तो डेंगू के प्रथम अवस्था के लक्षण हैं जो साधारणतः रोगी के शरीर के मुताबिक होता है। लेकिन जब डेंगू के रोग की स्थिति बहुत गंभीर हो जाती है तब शरीर में कुछ और समस्याएं नजर आने लगती है
- पेट में तेज दर्द होना
- पेशीशूल (myalgia)
- लीवर में फ्लूइड का जमा होना
- सीने में फ्लूइड का जमा होना
- रक्त में बिंबाणु (platelet) का कम होना
- रक्तस्राव (hemorrhages) आदि
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