चेन्नई: चेन्नई में जल्लीकट्टू के लिए हुए बवाल और आगजनी का सच अब सामने आने लगा है। अब तक चेन्नई में हुई आगजनी के लिए पुलिस लोगों को दोषी ठहरा रही थी लेकिन अब उन तस्वीरों के पीछे का सच सामने आ गया है। तीन ऐसे वीडियो सामने आए है जिसने बवाल को काबू करने गई पुलिस की भूमिका को कठघरे में खड़ा कर दिया है। वीडियो में पुलिसवाले हंगामा शांत करने की बजाय लोगो के घरों और गाड़ियों में आग लगाते हुए और तोड़फोड़ करते हुए दिख रहे हैं।
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चेन्नई में हुई भयंकर आगजनी का असली सच
दरअसल इस आगजनी और बवाल को हवा देने में सिर्फ लोगों का ही दोष नहीं था, बल्कि पुलिसवाले खुद आगजनी में शामिल थे। पुलिसवाले गाड़ियां तोड़ रहे थे, पुलिसवाले लोगों के घरों में घुसकर धमकी दे रहे थे और लोगों के घर जला रहे थे।
इन तस्वीरों ने चेन्नई पुलिस की पोल खोलकर रख दी है। इसमें दिख रहा है कि एक महिला पुलिसकर्मी झुग्गी में आग लगा रही है। दूसरी तस्वीर में रेलवे ब्रिज के नीचे पुलिस आग ऑटो में आग लगा रही है। तीसरी तस्वीर में पुलिसवाले एक गली के अंदर मौजूद हैं और गली के अंदर खड़ी गाड़ियों को कभी धक्का देकर नीचे गिरा रहे हैं... तो कभी डंडे से उनके शीशे तोड़ रहे हैं।
चेन्नई से आई इन तीन तस्वीरों ने पुलिस का असली चेहरा सबसे सामने लाकर रख दिया है। इस सारे उपद्रव और तोड़फोड़ की जिम्मेदारी आई पब्लिक के ऊपर, ये वीडियो सामने आने के बाद अब पुलिसवालों की बोलती बंद हो गई है।
देखिए वीडियो-