श्रीनगर: जम्मू एवं कश्मीर के बडगाम जिले में मंगलवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ के विरोध में अलगाववादियों ने बुधवार को कश्मीर में बंद बुलाया है। साथ ही इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है। इस बीच, प्रशासन ने एहतियातन घाटी में रेल सेवा स्थगित कर दिया है।
इस मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया, जबकि सुरक्षाबलों की कार्रवाई का विरोध कर रहे तीन स्थानीय युवकों की गोली लगने से मौत हो गई थी। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने यहां संवाददाताओं से कहा कि बडगाम जिले के चादूरा इलाके के दरबग गांव में एक घर में छिपे एक आतंकवादी के मारे जाने के साथ ही मुठभेड़ दोपहर में खत्म हो गई। उन्होंने कहा, "मारे गए आतंकवादी और उसका हथियार मुठभेड़ स्थल से बरामद कर लिया गया है। मुठभेड़ खत्म हो गई है।"
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लगभग 10 घंटे तक चली मुठभेड़ के दौरान पथराव में 43 सीआरपीएफ के जवान और 20 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। मारे गए प्रदर्शनकारियों की पहचान जाहिद डार, सादिक अहमद और इशफाक अहमद वानी के रूप में हुई है। सभी की उम्र 20 साल के आसपास है। यह सभी सुरक्षा बलों की कार्रवाई का विरोध कर रहे थे। सुरक्षा बलों की फायरिंग में तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए और इन्होंने बाद में अस्पताल में दम तोड़ दिया।
बडगाम जिले के दरबग गांव में आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने गांव को चारों ओर से घेर लिया, जिसके बाद दोनों तरफ से गोलीबारी शुरू हो गई। मुठभेड़ के दौरान क्षेत्र में प्रदर्शन हुए।
प्रदर्शन कर रहे युवकों ने दरबग गांव से तीन किलोमीटर दूर नागम गांव में अर्धसैनिक बल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के उन वाहनों पर पथराव किया, जिससे मुठभेड़ में शामिल सुरक्षाबलों की मदद के लिए जवानों को ले जाया जा रहा था।