पटना: बिहार के मुजफ्फरपुर में रविवार की रात एक कार्यक्रम के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और भाकपा (माले) के कार्यकर्ताओं के झड़प हो गई, सात लोग जख्मी हो गए। यह मामला सोमवार को बिहार विधानसभा में भी गूंजा। इधर, इस मामले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक राज्यस्तरीय एक नेता सहित 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुजफ्फरपुर के मीठनपुरा थाना में एक प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
पुलिस के अनुसार, 'मैं जेएनयू बोल रहा हूं' कार्यक्रम स्थल पर एबीवीपी और भाकपा (माले) के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए। पथराव व मारपीट हुई। इस घटना में कम से कम पांच से सात लोग जख्मी हो गए। इस कार्यक्रम में जेएनयू के प्रोफेसर सुबोध नारायण मालाकार और छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष आशुतोष कुमार सहित कई प्रोफेसर और पूर्व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
मीठनुपरा के थाना प्रभारी किरण कुमार ने सोमवार को बताया कि मीठनपुरा प्रखंड विकास पदाधिकरी मोहम्मद जफ्फद्दीन के बयान के आधार पर नागरिक समाज के कार्यक्रम में हंगामा और पथराव करने के आरोप में एक प्राथमिकी दर्ज ली गई है, जिसमें प्रदेश भाजपा सांसकृतिक मंच के उपाध्यक्ष चंद्रकिशोर पराशर के अलावा 200 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है।
इधर, कार्यक्रम के दौरान उपस्थित भाकपा (माले) की पोलित ब्यूरो सदस्य कविता कृष्णन के कहा कि देश में अघोषित आपातकाल जैसे हालात बन रहे हैं। भाजपा और विश्व हिन्दू परिषद लोगों के बोलने की आजादी छीन रहे हैं। इधर, बिहार विधानसभा में शून्य काल में भाकपा (माले) के विधायक सुदामा प्रसाद ने मुजफ्फरपुर में कार्यक्रम के दौरान एबीवीपी, भाजपा द्वारा किए गए हमले का मामला उठाते हुए हमलावरों पर कड़ी कारवाई करने की मांग की।