जयपुर: विपक्षी दलों द्वारा भारत बंद के आह्वान का राजधानी सहित प्रदेशभर में बेअसर रहा और यहां आम दिनों की तरह अधिकतर बाजार और दुकानें खुली रही और यातायात आम दिनों की तरह चलता दिखाई दिया। जयपुर व्यापार महासंघ के अध्यक्ष सुभाष गोयल ने बताया कि शहर के सभी बाजार खुले है और बंद का व्यवसाय पर कोई असर नहीं पड़ा है।
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महासंघ के सचिव अजय विजयवर्गीय ने बताया कि नोटबंदी का व्यवसायी वर्ग ने स्वागत किया है। इसके दूरगामी परिणाम होंगे। उद्योग, व्यवसाय से जुडे लोगों और आमजन ने बंद को समर्थन नहीं किया है, इसलिये बंद बेअसर रहा है।
वहीं, आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने राजधानी के ट्रांसपोर्ट नगर में नोटबंदी के कारण आमजन को हो रही परेशानियों के विरोध में प्रदर्शन किया। आम आदमी पार्टी के स्थानीय नेता अमित लियो ने बताया कि नोटबंदी का निर्णय पूर्व तैयारियों के साथ लागू नहीं किया गया, जिसके चलते नोट बदलवाने के लिये लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि लोगों के पास मुद्रा नहीं होने से प्रतिदिन के खर्चे के लिये भारी असुविधा का सामना कर रहे हैं।
इधर, सीकर में नोटबंदी के खिलाफ विपक्षी दलों का बंद का आह्वान बेअसर रहा। लोगों ने आम दिनों की तरह दुकाने व प्रतिष्ठान खुले रखकर नोटबंदी के खिलाफ विपक्षी दलों के विरोध को नकार दिया। बंद के विफल होने की आशंका को देखते हुए कांग्रेस ने अपने कदम पीछे खींचते हुए खुद को विरोध दिवस तक सीमित रखा। वहीं माकपा व वामपंथी दलों ने शहर में नोटबंदी के खिलाफ रैली निकालकर सभा की तथा सरकार से नोटबंदी वापस लेने की मांग की।
दूसरी तरफ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने केंद्र सरकार के समर्थन में उतरते हुए नोटबंदी के समर्थन में रैली निकाली। पूर्व विधायक अमराराम ने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए इसे जल्दबाजी में उठाया हुआ कदम बताते हुए पैसे लेने के लिए लाइनों में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग भी की।