नई दिल्ली: बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने आज कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली को नोटबंदी के बारे में पहले से जानकारी थी लेकिन दोस्ताना और खुले मिजाज का होने के बावजूद उन्होंने इसे गुप्त रखा। उन्होंने इन अफवाहों को खारिज किया कि वित्तमंत्री अरुण जेटली को नोटबंदी के फैसले के बारे में पहले से जानकारी नहीं थी।
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गोयल ने यहां एचटी लीडरशिप सम्मेलन के एक सत्र में कहा, जब यह विस्फोट (नोटबंदी की घोषणा) हुआ तो हर कोई यह जानने को उत्सुक था कि जेटली जी ने कैसे इस बात को इतना गुप्त रखा। बड़े नेता इसी तरह की प्रतिबद्धता रखते हैं....जब समय आता है तो वह (महत्वपूर्ण सूचना) को सभी से छुपा कर रख सकते हैं।
जब गोयल से पूछा गया कि क्या जेटली को इस बारे में पता था तो उन्होंने कहा, जी बिलकुल, वह वित्त मंत्री हैं। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने आठ नवंबर की मध्यरात्रि से 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट बंद कर दिए थे।
गोयल ने इस दौरान यह भी संकेत दिया कि ईमानदार लोगों को जो रियायत दी गई है उसका दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ सरकार सख्त कारवाई करेगी। पिछले 22 दिनों में हमने जो कुछ सुना है उससे हम काफी निराश हैं। हमने देखा कि कुछ पशेवर, बैंकर और संभवत: कुछ अधिकारी भी देश के विभिन्न हिस्सों में ईमानदार लोगों को जितनी लेनदेन की छूट है उसका दुरुपयोग कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा सरकार ऐसे मामलों से कड़ाई से निपटेगी।
नोटबंदी से अर्थव्यवस्था को होने वाले नुकसान के बारे में गोयल ने कहा, यह एक महीना अथवा दो महीने और एक तिमाही हो सकता है। लेकिन यह भी देखने की बात है कि आप अनौपचारिक अर्थव्यवस्था को औपचारिक अर्थव्यवस्था में ले जा रहे हैं ... अनौपचारिक में जो लेनदेन होते थे वह कभी भी जीडीपी का हिस्सा नहीं रहे हैं ... अब यदि ये जीडीपी में आते हैं तो इसका फायदा ही होगा।
उत्तर प्रदेश, पंजाब और कुछ अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में दो तिहाई सीटों पर जीत दर्ज करेगी। उन्होंने पंजाब में अकाली-भाजपा गठबंधन की जीत की भी भविष्यवाणी की है। गोयल ने कहा कि अगले 14-15 साल में भारत में उर्जा क्षेत्र में 1,000 अरब डालर से अधिक की निवेश संभावनायें हैं।