नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समर्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने आज दावा किया कि दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में हाल की हिंसा बाहरियों के उकसावे का परिणाम है और राष्ट्र विरोधी तत्वों ने इसका दोष हमारे ऊपर मढ़ने का काम किया है।
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एबीवीपी ने कैम्पस में बाहरी लोगों के प्रवेश एवं माहौल खराब करने के प्रयास के खिलाफ 2 मार्च को विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। एबीवीपी के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक साकेत बहुगुणा ने संवाददाताओं से कहा, रामजस में हिंसा में एबीवीपी के कथित तौर पर शामिल होने के बारे में काफी हाय तौबा मचायी गई। हम यह बात स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि यह बाहरियों के उकसावे का परिणाम है और राष्ट्र विरोधी तत्व इसका दोष हमारे ऊपर मढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा, बाहरी तत्व न केवल शैक्षणिक माहौल को खराब कर रहे हैं बल्कि विश्वविद्यालय के शांतिपूर्ण माहौल को भी बिगाड़ रहे हैं, साथ ही हिंसा को भी उकसा रहे हैं। हमने उस दिन किसी पर हमला नहीं किया बल्कि माहौल को शांत करने का प्रयास किया और यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया कि हमारी विचारधारा का संघर्ष कक्षा में नहीं प्रकट हो।
रामजस कॉलेज में पिछले सप्ताह आइसा और एबीवीपी के सदस्यों के बीच हिंसक झड़प सामने आई थी। इस बारे में विवाद कालेज में एक सेमिनार में जेएनयू छात्र उमर खालिद और शेहला राशिद को आमंत्रित किये जाने के मद्देनजर खड़ा हुआ था। बहुगुणा ने कहा, दिल्ली विश्वविद्यालय में पहली बार इतनी व्यापक हिंसा देखने को मिली और यह एबीवीपी के कारण नहीं हुआ। हमारा संगठन वर्षो से छात्र संघ का हिस्सा रहा है और अभी जो हिंसा देखने में आई है, वह बाहरी तत्वों की संलिप्तता के कारण है।
एबीवीपी नेता ने कहा, हमने डीयू कैम्पस में बाहरी तत्वों की मौजूदगी और माहौल खराब करने के प्रयास के विरोध में 2 मार्च को विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। इससे पहले एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने शहीद की बेटी गुरमेहर कौर को धमकी देने वाले लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए आज दिन में पुलिस से सम्पर्क किया।