नई दिल्ली: पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में सोमवार रात लगी भयानक आग में 80 दुकानें जलकर राख हो गईं। एक दमकल अधिकारी ने बताया, "रात 10 बजे एक साड़ी की दुकान में आग लगने की सूचना मिली, जिसके बाद 25 दमकल वाहनों को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया।" आग बुझाने में साढ़े चार घंटे से ज्यादा समय लग गया। इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। आग लगने का कारण अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
आग चांदनी चौक के मोती बाजार इलाके में एक कपड़े की दुकान में लगी थी। देखते ही देखते आग अन्य दुकानों में फैल गई। मौके पर पहुंची 29 दमकल ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। लेकिन पुलिस और दमकलकर्मियों ने आग बुझाना शुरू ही किया था कि स्थानीय विधायक अलका लांबा मौके पर पहुंच गईं। इसके बाद वहां हाई वोल्टेज पॉलिटिकल ड्रामा देखने को मिला। वह आग पर काबू पाने के लिए आई स्पेशल क्रेन पर चढ़ गईं और इसकी वजह से वहां काफी देर तक काम रुका रहा। व्यापारी भी धीरे-धीरे परेशान होने लगे और नीचे से नारेबाजी होने लगी।
इतना ही नहीं उन्हें नीचे उतारने के लिए बकायदा स्पेशल फायर ब्रिगेड की गाड़ी लगाई गई। वह क्रेन से तो नीचे उतरीं लेकिन आग बुझाने गए दमकल पर चढ़ी रहीं। वहां तैनात पुलिस बल अलका लांबा के साथ-साथ ही चलता रहा। कहा जा रहा है कि सीसगंज गुरुद्वारे से उन्हें पुलिस जिप्सी में बैठा कर आगे भेजने का प्लान था लेकिन वह वहां भी नहीं उतरीं। ऐसे में पानी से भरी फायर ब्रिगेड को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन की ओर दौड़ा दिया गया। अलका लांबा इसके बाद ही वहां से निकलीं।