कोरापुट: आंध्र प्रदेश में हुई जगदलपुर-भुवनेश्वर एक्सप्रेस रेल दुर्घटना ओडिशा की 40 वर्षीय जशोदा पर कहर बनकर टूटी। पति की मौत के ठीक एक साल बाद जशोदा ने इस हादसे में अपने दोनों बच्चों को खो दिया। आंध्र प्रदेश के विजियानगरम जिले में 21 जनवरी को जगदलपुर-भुवनेश्वर एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी।
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जशोदा इसी ट्रेन से यात्रा कर रही थी। इस हादसे में मारे गए 39 लोगों में उसकी 16 वर्षीय बेटी और 18 साल का बेटा भी शामिल है। जशोदा के पति की गत वर्ष 22 जनवरी को विजयानगरम जिले में एक बीमारी के कारण मौत हो गई थी। जशोदा पोंगल के मौके पर अपने दोनों बच्चों के साथ विजियानगरम से कालाहांडी जिले के भवानीपटना में अपने माता-पिता के घर गई थीं। ये तीनों जगदलपुर-भुवनेश्वर एक्सप्रेस से जुड़ी जूनागढ़-भुवनेश्वर एक्सप्रेस के सामान्य श्रेणी के एक डिब्बे में शनिवार को भवानीपटना रेलवे स्टेशन से सवार हुए। ट्रेन रात को करीब साढ़े 9 बजे रायगढ़ा स्टेशन पहुंची।
जशोदा ने बताया, ‘हमने डिनर किया, थोड़ी बातें की और विजियानगरम के पास पहुंचने पर उठने के लिए मोबाइल फोन में अलार्म लगाकर सो गए। रायगढ़ा से रवाना होने के करीब 20 मिनट बाद मैंने एक तेज आवाज सुनी और उठ गई। पहले मैंने सोचा कि किसी ने ट्रेन पर पत्थर फेंके हैं। हालांकि बाद में मुझे पता चल गया कि ट्रेन पटरी से उतर गई।’ उन्होंने रोते हुये कहा, ‘चारों तरफ चीख पुकार मची थी। मैं किसी तरह कोच से बाहर निकली और अपने बच्चों का इंतजार करने लगी। लेकिन वे बाहर नहीं आए। दोनों की इस हादसे में मौके पर ही मौत हो गई।’