नई दिल्ली: धर्म को सबसे ज्यादा तरजीह देने वाले देश हिंदुस्तान में काफी सारे लोग ऐसे भी हैं जो किसी भी धर्म को नहीं मानते हैं। साल 2011 के जनगणना आंकड़े आपको थोड़ा चौंका सकते हैं। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि देश की 28.7 फीसदी आबादी किसी भी धर्म को नहीं मानती है। यानी वो अ-धर्मी है। आज हम अपनी खबर में आपको बताएंगे कि भारत के किस राज्य में कितने अधर्मी और नास्तिक लोग रहते हैं।
कहां कितने लोग धर्म को नहीं मानते-
राम और कृष्ण की जन्मस्थली कहे जाने वाले देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में पहली बार जनगणना के धर्म आधारित आंकड़ों से पता चला है कि यहां करीब 5.82 लाख लोग किसी धर्म को नहीं मानते। वहीं दूसरी ओर बिहार, बंगाल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु में भी लाखों लोग किसी भी धर्म का पालन नहीं करते हैं।
सात राज्यों में घटी हिंदुओं की आबादी-
जनगणना-2011 के अनुसार मिजोरम, नगालैंड, मेघालय, जम्मू-कश्मीर, अरुणाचल प्रदेश, पंजाब, मणिपुर और लक्षद्वीप में हिंदू समुदाय अब अल्पसंख्यक है। देश में 2011 की जनगणना के अनुसार हिंदुओं की संख्या में कमी आई है जबकि मुस्लिम समुदाय की आबादी में 0.8 फीसदी की ग्रोथ हुई है। सरकार ने आज धार्मिक आधार पर आबादी के आंकड़ें जारी कर दिए है। रजिस्ट्रार जनरल एंड सेन्सस कमिश्नर ने आकड़ें जारी किए हैं,जो 2001 से 2011 के बीच के आकड़ें है।
धर्म के आधार पर जनसंख्या के आकड़ें जारी, हिंदुओं की आबादी घटी-
देश में 2011 की जनगणना के अनुसार हिंदुओं की संख्या में कमी आई है जबकि मुस्लिम समुदाय की आबादी में 0.8 फीसदी की ग्रोथ हुई है। सरकार ने आज धार्मिक आधार पर आबादी के आंकड़ें जारी कर दिए है। रजिस्ट्रार जनरल एंड सेन्सस कमिश्नर ने आकड़ें जारी किए हैं,जो 2001 से 2011 के बीच के आकड़ें है।