देहरादून: मानसून शुरू होने के साथ ही उत्तराखंड आपदा की चपेट में है। उत्तराखंड के तीन जिलों में अलग अलग जगह बादल फटने की घटना हुई है जिससे जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। चमोली, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में बादल फटे जिसके बाद आए मलबे से कई मकान जमींदोज हो गए। रात के समय घरों में सो रहे लोग मलबे में दब गए। अब तक 30 लोगों की मौत की हो चुकी है जबकि कईयों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
उत्तराखंड में तबाही का अलर्ट
NDRF के साथ साथ SDRF की टीम अलग अलग जगह पहुंच गई है और राहत और बचाव का काम जारी है। पुलिस और प्रशासन भी मलबा हटाने और हताहतों को मदद करने में जुटा है। भारी बारिश की वजह से अलकनंदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और मंदाकिनी भी रौद्र रूप में है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो दिन तक राज्य में भारी से बहुत बारी बारिश हो सकती है ऐसे में उत्तराखंड को अलर्ट पर रखा गया है। भारी बारिश का असर चार धाम यात्रा पर भी पड़ा है।
उत्तराखंड की तबाही की तस्वीरें-
CM खुद कर रहे हैं आपदा को मॉनिटर
देहरादून में मौजूद डिजास्टर कंट्रोल रूम से आपदा पर नजर रखी जा रही है। पूरे उत्तराखंड को अलर्ट पर रखा गया है और अधिकारियों को मुस्तैद कर दिया गया है। मुख्यमंत्री हरीश रावत खुद आपदा को मॉनिटर कर रहे हैं।
चार धाम यात्रा पर भी पड़ा भारी बारिश का असर
भारी बारिश का असर चार धाम यात्रा पर भी पड़ा है। ऋषिकेश-बद्रीनाथ नेशनल हाईवे, देवप्रयाग के पास ब्लॉक हो गया है। वहीं गोविंदघाट का पुल टूटने से हेमकुंड साहिब का रास्ता बंद होने की खबर है।