नई दिल्ली: सउदी अरब में नौकरी से निकाल दिए गए करीब 1,100 भारतीय आने वाले हफ्तों में भारत लौट सकते हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि सउदी सरकार साद समूह के कार्यकर्ताओं को भारत लौटने के लिए वीजा जारी कर रही है।
देश-विदेश की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
नौकरी गंवा चुके कामगारों की वापसी सुनिश्चित करने के लिए सउदी अरब में मौजूद विदेश राज्य मंत्री वी. के. सिंह ने वहां फंसे भारतीयों की समस्याओं के समाधान में सहयोग और मदद के लिए सउदी सरकार का शुक्रिया अदा किया। विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, ‘सउदी सरकार ने साद समूह के कामगारों को लौटने के लिए वीजा देना शुरू कर दिया है। 4 लोगों का पहला जत्था कल रवाना हो चुका है।’ राज्य मंत्री ने कल सउदी अरब के श्रम एवं सामाजिक विकास उप-मंत्री से मुलाकात की। साद के कुल 1100 भारतीय कामगार आने वाले हफ्तों में भारत लौट सकते हैं।
तेल की कीमतों में गिरावट और सरकार की ओर से खर्च में की गई कटौती के कारण सउदी अर्थव्यवस्था में आई मंदी की वजह से हजारों भारतीय कामगार अपनी नौकरियां गंवा चुके हैं। विदेश राज्य मंत्री सिंह ने पिछले कुछ महीनों में कई बार सउदी अरब की यात्रा की है ताकि बेरोजगार भारतीयों की मदद की जा सके और वापस लौटना चाह रहे कामगारों की वापसी सुनिश्चित की जा सके। भारत सरकार ने पहले सउदी अधिकारियों से अनुरोध किया था कि वे नियोक्ताओं से अनापत्ति प्रमाण-पत्र (NOC) के बगैर बेरोजगार भारतीय कामगारों को भारत वापसी का वीजा जारी करें।
सरकार ने सउदी अधिकारियों से यह अपील भी कि वह ऐसे कामगारों के बकाये राशि की भुगतान कराएं जिन्हें महीनों से वेतन नहीं दिया गया है। नियमों के मुताबिक, नियोक्ता की ओर से जारी अनापत्ति प्रमाण के बगैर कोई भी विदेशी कर्मचारी देश छोड़कर नहीं जा सकता।