Thursday, April 18, 2024
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रूस से भारत आएगा ‘ट्रायम्फ’, 400 किमी दूर तक दुश्मन विमान को गिराने में है सक्षम

India TV News Desk India TV News Desk
Updated on: October 14, 2016 23:18 IST
  • शनिवार को हिंदुस्तान और रूस के बीच ऐसी सामरिक डील होने जा रही है जिससे देश की सुरक्षा को एक मजबूत कवच हासिल हो जाएगा। करीब 7 बिलियन डॉलर की इस डील जल, थल और नभ की सुरक्षा ऐसी हो जाएगी कि दुश्मन कुछ नहीं बिगाड़ सकेगा।
    Image Source : triumf
    शनिवार को हिंदुस्तान और रूस के बीच ऐसी सामरिक डील होने जा रही है जिससे देश की सुरक्षा को एक मजबूत कवच हासिल हो जाएगा। करीब 7 बिलियन डॉलर की इस डील जल, थल और नभ की सुरक्षा ऐसी हो जाएगी कि दुश्मन कुछ नहीं बिगाड़ सकेगा।
  • इसमें सबसे अहम है S-400 ट्रम्फ मिसाइल डिफेंस सिस्टम जो आसमान से होने वाले हर हमले को नाकाम कर देगा। हर फाइटर जेट..मिसाइल और ड्रोन को मार गिराएगा। इस स्पेशल मिसाइल डिफेंस सिस्टम का तोड़ दुनिया की किसी भी एयरफोर्स के पास नहीं है।
    Image Source : triumf
    इसमें सबसे अहम है S-400 ट्रम्फ मिसाइल डिफेंस सिस्टम जो आसमान से होने वाले हर हमले को नाकाम कर देगा। हर फाइटर जेट..मिसाइल और ड्रोन को मार गिराएगा। इस स्पेशल मिसाइल डिफेंस सिस्टम का तोड़ दुनिया की किसी भी एयरफोर्स के पास नहीं है।
  • ये है दुनिया का सबसे एडवांस एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम जिसका नाम है S-400 ट्रम्फ मिसाइल डिफेंस सिस्टम। एक ऐसा सिस्टम जिसका कोई तोड़ नहीं, जिसका कोई मुकाबला नहीं। ये साबित हो चुका कि जिस जगह महाविनाशक S-400 तैनात रहता है। उसके 400 किलोमीटर के दायरे में जाने की जुर्रत दुश्मन भूलकर भी नहीं करता है।
    Image Source : triumf
    ये है दुनिया का सबसे एडवांस एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम जिसका नाम है S-400 ट्रम्फ मिसाइल डिफेंस सिस्टम। एक ऐसा सिस्टम जिसका कोई तोड़ नहीं, जिसका कोई मुकाबला नहीं। ये साबित हो चुका कि जिस जगह महाविनाशक S-400 तैनात रहता है। उसके 400 किलोमीटर के दायरे में जाने की जुर्रत दुश्मन भूलकर भी नहीं करता है।
  • उसे अच्छी तरह पता है कि महाविनाशक का मुकाबला करना मुश्किल ही नहीं नामुकिन है। उसके सामने पड़ने का सिर्फ एक ही मतलब है...मौत। बहुत जल्द ये एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइस सिस्टम भारतीय सेना का हिस्सा बनने वाला है। दरअसल रूस में बना ये एक ऐसा डिफेंस सिस्टम है जिसे मात देना दुनिया के किसी भी फाइटर प्लेन के बस की बात नहीं है।
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    उसे अच्छी तरह पता है कि महाविनाशक का मुकाबला करना मुश्किल ही नहीं नामुकिन है। उसके सामने पड़ने का सिर्फ एक ही मतलब है...मौत। बहुत जल्द ये एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइस सिस्टम भारतीय सेना का हिस्सा बनने वाला है। दरअसल रूस में बना ये एक ऐसा डिफेंस सिस्टम है जिसे मात देना दुनिया के किसी भी फाइटर प्लेन के बस की बात नहीं है।
  • रुस ने सीरिया में भी S-400 मिसाइल सिस्टम का इस्तेमाल किया था और अब भारत अपने सबसे पुराने और पारंपरिक सामरिक साथी से S-400 की डील सील करने वाला है। ये समझौता शनिवार को गोवा में होगा क्योंकि वहां पर रुसी राष्ट्रपति ब्लादीमीर पुतिन खुद मौजूद होंगे।
    Image Source : triumf
    रुस ने सीरिया में भी S-400 मिसाइल सिस्टम का इस्तेमाल किया था और अब भारत अपने सबसे पुराने और पारंपरिक सामरिक साथी से S-400 की डील सील करने वाला है। ये समझौता शनिवार को गोवा में होगा क्योंकि वहां पर रुसी राष्ट्रपति ब्लादीमीर पुतिन खुद मौजूद होंगे।
  • ये डिफेंस सिस्टम आज की तारीख में दुनिया का सबसे खतरनाक मिसाइस सिस्टम है क्योंकि S-400 दुनिया का सबसे बेहतरीन मिसाइल डिफेंस सिस्टम है। इसकी रफ्तार और मारक क्षमता का कोई मुकाबला नहीं है। ये 400 KM. के दायरे में दुश्मनों पर अटैक कर सकता है। जमीन से हवा और जमीन से जमीन पर मार करने की क्षमता है साथ ही S-400 एक साथ कई ठिकानों पर निशाना साध सकता है।
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    ये डिफेंस सिस्टम आज की तारीख में दुनिया का सबसे खतरनाक मिसाइस सिस्टम है क्योंकि S-400 दुनिया का सबसे बेहतरीन मिसाइल डिफेंस सिस्टम है। इसकी रफ्तार और मारक क्षमता का कोई मुकाबला नहीं है। ये 400 KM. के दायरे में दुश्मनों पर अटैक कर सकता है। जमीन से हवा और जमीन से जमीन पर मार करने की क्षमता है साथ ही S-400 एक साथ कई ठिकानों पर निशाना साध सकता है।
  • इस तरह का हाईटेक सिस्टम फिलहाल सिर्फ रूस, चीन और अब हिंदुस्तान के पास ही होगा। इसके सेना में शामिल होने के बाद हमारी ताकत में कितना इजाफा होने वाला है।
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    इस तरह का हाईटेक सिस्टम फिलहाल सिर्फ रूस, चीन और अब हिंदुस्तान के पास ही होगा। इसके सेना में शामिल होने के बाद हमारी ताकत में कितना इजाफा होने वाला है।