नई दिल्ली: दिग्गज अभिनेता विनोद खन्ना कैंसर की बीमारी की वजह से लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें ज्यादा लोगों से मिलने नहीं दिया जाता था। लेकिन जब संजय दत्त उनसे मिलने पहुंचे तो विनोद खन्ना ने खुद उनसे मिलने को कहा, और ये मुलाकात हुई थी विनोद खन्ना की मौत से एक हफ्ते पहले।
संजय दत्त की कमबैक फिल्म ‘भूमि’ के प्रोड्यूसर संदीप सिंह ने बताया कि, संजय दत्त विनोद खन्ना को पिता की तरह मानते थे, विनोद भी संजय को बेटा मानते थे। दोनों के बीच का प्यार मुझे पता चला जब विनोद खन्ना के निधन से एक हफ्ते पहले संजय ने विनोद खन्ना से मिलने अस्पताल पहुंचे। विनोद के कहने पर ही संजय को उनसे मिलने दिया गया। जब विनोद खऩ्ना का निधन हो गया, तो संजय दत्त बेहद दुखी थे, उनकी आंखों से आंसू नहीं रुक रहे थे।
संदीप सिंह ने बताया कि संजय और मैं विनोद सर से मिलने के लिए बांद्रा से साथ ही निकले थे। हम साउथ मुंबई में शूटिंग कर रहे थे। शूटिंग शुरू होती उससे पहले ही संजय ने मुझसे कहा कि मैं पिता (विनोद खन्ना) से मिलना चाहता हूं। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है। अस्पताल के गेट पर खुद अक्षय खन्ना संजय दत्त को लेने आए। संदीप ने यह भी बताया कि इसके बाद हम इंतजार करने लगे, और अक्षय डॉक्टर की परमिशन लेने गए।
संदीप ने बताया कि जब हम विनोद सर के कमरे में दाखिल हुए तो ऐसा लग रहा था यह अस्पताल का कमरा नहीं उनका घर हो। उस वक्त वहां उनका पूरा परिवार मौजूद था।
विनोद खन्ना के निधन से अभिनेता संजय दत्त बेहद दुखी हैं।
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