नई दिल्ली: इन दिनों फिल्म इंडस्ट्री में भाई-भतीजावाद का मुद्दा का काफी चर्चा में बना हुआ है। हर सितारा इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर कर रहा है। कुछ समय पहले अभिनेत्री कंगना रनौत, अनुष्का शर्मा और राजकुमार राव ने इस पर अपने विचार शेयर किए थे। अब दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर का नाम भी इस बहस में जुड़ गया है। अनुपम खेर का कहना है कि वह भाई-भतीजावाद से जुड़ी बहस पर चर्चा नहीं करना चाहते हैं क्योंकि ऐसा करने पर यह संदेश जाएगा कि वह या तो करण जौहर का पक्ष ले रहे हैं या फिर कंगना रनौत का।
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दरअसल बता दें कि बीते दिनों कंगना ने करण जैहर के लोकप्रिय चैट शो ‘कॉफी विद करण’ में भाई-भतीजावाद का ध्वजवाहक करार दिया था जिसके बाद उन दोनों के बीच वाक्युद्ध शुरू हो गया था। अनुपम खेर का मानना है कि इस बहस के शुरू होने से पहले अगर कोई उनसे भाई-भतीजावाद पर कुछ पूछता तो उनका जवाब बिल्कुल अलग होता।
खेर ने बताया, “यह एक बहुत ही आम बयान है। अब भाई-भतीजावाद से नाम जुड़ गए हैं। अगर कोई मुझसे 20 दिन पहले यह सवाल पूछता तो मैं उन्हें इस बारे में बिल्कुल अलग बात कह पाता।“ उन्होंने कहा, “अब भाई-भतीजावाद वही है जो कंगना ने कहा है या जो करण कह रहे हैं। ऐसे में अगर मैं कुछ भी कहता हूं तो वह या तो कंगना के पक्ष में होगा या करण के। लेकिन मेरा मानना है कि यहां पर बहुत से लोग हैं, जिन्होंने अपना मुकाम खुद बनाया है।“
खेर ने हिन्दी फिल्म जगत में किसी भी गॉड फादर या पारिवारिक पृष्ठभूमि के बिना कदम रखा था। उनकी पहली फिल्म वर्ष 1984 में आई थी और जिसका नाम था- ‘सारांश’। उन्होंने बताया कि वह आज जहां हैं, वहां तक पहुंचने के लिए उन्हें जीवन में कई उतार-चढ़ाव से होकर गुजरना पड़ा। इन दिनों वह आगामी फिल्म 'नाम शबाना' को लेकर चर्चा में छाए हुए हैं।